कुछ रचनाएं दिल के बहुत करीब होती हैं। अमृता प्रीतम की पंजाबी कविता “अज आँखा वारिस शाह नूं” मेरे दिल के इतने करीब है कि जब पढ़ती हूं, आंख से आंसू बहते हैं। इस कविता में 1947 के भारत-पाक विभाजन के समय हजारों बेटियों के साथ हुए अमानवीय व्यवहार और उनके दर्द को उन्होंने अपने […]