– डॉ. स्वर्णज्योति, बैंगलुरु प्राचीन भारत में स्त्री को अत्यंत महत्व दिया जाता था। वह शक्ति का प्रतीक मानी जाती थी। वैदिक काल में स्त्री भोग-विलास की सामग्री नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति की डोर संभालने वाली सहयोगिनी के रूप में प्रतिष्ठित थी। हमारे साहित्य में भी नारी का विशेष स्थान रहा है। साहित्यकारों ने […]
Month: June 2024
अदब के अनमोल रंग : रईस सिद्दीक़ी की शायरी के संग
आज के “चुभन पॉडकास्ट” में हमने मशहूर शायर रईस सिद्दीक़ी बहराइची जी को आमंत्रित किया है। रईस सिद्दीक़ी जी वर्तमान में बेसिक शिक्षा विभाग में प्रधानाध्यापक के पद पर कार्यरत हैं। उनके लेखन की विविधता और गहराई को समझते हुए ऐसा लगता है कि उन्होंने अनुभूति के कैनवास पर अपने विचारों के रंग भर […]